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जयपुर में हुई तकरार इंदौर में भी जारी, सहवाग और प्रीति जिंटा में बोलचाल बंद

इंदौर।किंग्स इलेवन पंजाब की टीम के लिए आईपीएल-2018 में सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। धमाकेदार शुरुआत के बाद अब टीम को जहां प्ले-ऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, वहीं टीम के मेंटर और पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग और किंग्स इलेवन पंजाब फ्रेंचाइजी की सह-मालकिन प्रीति जिंटा के बीच टकराव ने टीम की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। जयपुर में राजस्थान से हारने के बाद दोनों के बीच मैदान पर नोकझोंक हुई थी। सूत्रों का कहना है कि टीम के इंदौर पहुंचने के बाद भी दोनों में बातचीत ना के बराबर हो रही है। हालांकि प्रीति जिंटा ने ट्वीट कर के इसका खंडन किया है।


दखल से नाराज हैं सहवाग 
प्रीति जहां टीम के गिरने प्रदर्शन से नाराज हैं वहीं सहवाग प्रीति द्वारा टीम की प्लानिंग में लगातार दखल से खफा हैं। मंगलवार (8 मई) को हुए मैच में राजस्थान रॉयल्स से मिली हार के बाद सहवाग और प्रीति के मध्य मैदान पर जमकर बहस हुई थी। इसके बाद सहवाग ने टीम के अन्य मालिकों और प्रबंधन को स्पष्ट कह दिया है कि यदि प्रीति इसी तरह टीम के गेम प्लान में दखल देती रहीं तो वे इन परिस्थितियों में काम नहीं कर पाएंगे।
12 May को इंदौर में होने वाले मैच पर भी दिख सकता है असर
सूत्रों के अनुसार प्रीति और सहवाग में ना के बराबर बात हो रही है। दोनों एक-दूसरे से कटे-कटे हैं। जयपुर के बाद 12 मई को इंदौर में होने वाले मैच पर भी इसका असर दिख सकता है। मैच के लिए पंजाब की टीम बुधवार को ही इंदौर पहुंच गई थी। इंदौर पहुंचने के बाद भी सहवाग और प्रीति में किसी तरह की कोई बात नहीं हुई है।
दो मालिक रहते हैं इससे दूर प्रीति का हस्तक्षेप ज्यादा 
बता दें कि सहवाग पिछले 5 साल से किंग्स इलेवन पंजाब के साथ जुड़े हुए हैं। इस फ्रेंचाइजी के प्रीति जिंटा के अलावा नेस वाडिया और मोहित बर्मन मालिक हैं। सूत्रों के अनुसार टीम के मैनेेजमेंट से लेकर गेम प्लान तक में प्रीति जिंटा का सबसे अधिक हस्तक्षेप रहता है, जबकि टीम के दो अन्य मालिक इन सबसे दूर ही रहते हैं। प्रीति टीम में खिलाड़ियों के चयन से लेकर उनके प्रदर्शन तक को लेकर बात करती हैं।
राजस्थान नहीं हैदराबाद से हार के बाद शुरू हुआ विवाद
सूत्रों की माने तो जयपुर में मैदान पर जो कुछ हुआ उसकी शुरुआत पहले ही हो चुकी थी। प्रीति और सहवाग के मध्य तनातनी की शुरुआत 26 अप्रैल को हैदराबाद में हुए मैच से हुई। इस मैच में हैदराबाद की टीम ने 132 रन बनाते हुए पंजाब को 133 रनों का लक्ष्य दिया था। इतने कम रन होने के बाद भी पंजाब इसका पीछा करने में कामयाब नहीं हो पाई थी और पूरी टीम 119 रनों पर ढेर हो गई थी। इसके बाद प्रीति ने सहवाग से इस बारे में तल्ख शब्दों में बात की थी।
इसके बाद 8 मई को राजस्थान रॉयल्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को 158 रनों का लक्ष्य दिया था। पंजाब के समर्थकों के साथ ही फ्रेंचाइजी मैनेजमेंट को भी उम्मीद थी कि यह लक्ष्य टीम आसानी से हालिस कर लेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और पंजाब यह मैच गवां बैठी। मैच हार जाने के बाद प्रीति और सहवाग के बीच बहस शुरू हो गई थी।

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