जनधन खातों को चार बार से ज्यादा निकासी पर सेविंग खातों में कर रहे तब्दील
केंद्र सरकार द्वारा गरीब जनता के लिए शुरू किए गए जनधन खातों पर बैंक अब मनमाने तरीके अपनाने लगे हैं। कई प्रमुख बैंकों ने अपने यहां खोले गए खातों को रेग्यूलर सेविंग अकाउंट तब्दील करना शुरू कर दिया है।
खातों में परिवर्तन इस वजह से कर रहे हैं
बैंकों ने उन लोगों के जनधन व बेसिक खातों को रेग्यूलर खातों में तब्दील करना शुरू किया है, जिन्होंने एक महीने में चार बार से ज्यादा खातों से निकासी की है। कई बैंक ऐसे खातों को फ्रीज भी कर रहे हैं।
ऐसा इन बैंकों ने किया
यह जानकारी आईआईटी मुंबई की एक रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक खाता फ्रीज कर देते हैं। वहीं एचडीएफसी और सिटी बैंक उन्हें रेग्यूलर बैंक अकाउंट में बदल देते हैं। आईसीआईसीआई बैंक ने हाल में पांचवे ट्रांजेक्शन पर चार्ज लेना शुरू किया था, लेकिन विरोध के बाद फिलहाल ऐसा नहीं हो रहा।
ऐसे खाताधारक केवल चार ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। हालांकि जमा करने पर किसी भी तरह की रोक नहीं है। बैंकों ने एटीएम, आरटीजीएस, एनईएफटी, ब्रांच विद्ड्रॉल, ईएमआई को भी ऐसे ट्रांजेक्शन में शुमार कर लिया है। ऐसे में ऐसे खाताधारकों के समक्ष समस्या उत्पन्न हो गई है। डिजिटल ट्रांजेक्शन फ्री नहीं होने के कारण ऐसे खाताधारकों को चार ट्रांजेक्शन करने के बाद पूरा एक महीना पैसा निकालने के लिए इंतजार करना पड़ता है।
खातों में परिवर्तन इस वजह से कर रहे हैं
बैंकों ने उन लोगों के जनधन व बेसिक खातों को रेग्यूलर खातों में तब्दील करना शुरू किया है, जिन्होंने एक महीने में चार बार से ज्यादा खातों से निकासी की है। कई बैंक ऐसे खातों को फ्रीज भी कर रहे हैं।
ऐसा इन बैंकों ने किया
यह जानकारी आईआईटी मुंबई की एक रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक खाता फ्रीज कर देते हैं। वहीं एचडीएफसी और सिटी बैंक उन्हें रेग्यूलर बैंक अकाउंट में बदल देते हैं। आईसीआईसीआई बैंक ने हाल में पांचवे ट्रांजेक्शन पर चार्ज लेना शुरू किया था, लेकिन विरोध के बाद फिलहाल ऐसा नहीं हो रहा।
ऐसे खाताधारक केवल चार ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। हालांकि जमा करने पर किसी भी तरह की रोक नहीं है। बैंकों ने एटीएम, आरटीजीएस, एनईएफटी, ब्रांच विद्ड्रॉल, ईएमआई को भी ऐसे ट्रांजेक्शन में शुमार कर लिया है। ऐसे में ऐसे खाताधारकों के समक्ष समस्या उत्पन्न हो गई है। डिजिटल ट्रांजेक्शन फ्री नहीं होने के कारण ऐसे खाताधारकों को चार ट्रांजेक्शन करने के बाद पूरा एक महीना पैसा निकालने के लिए इंतजार करना पड़ता है।

Post a Comment