11 साल का हम्माद सुधार रहा है पाकिस्तान की छवि, पूरी दुनिया कर रही है सलाम
जब भी लोग जिंदगी से दुखी हो जाते हैं तो अकसर उनके दिमाग में ख्याल आता है कि क्यों ना जिंदगी को पहले जैसा बनाने के लिए किसी मोटिवेश्नल सपीकर की मदद ली जाए। ताकि ट्रैक से उतरी हुई जिंदगी की गाड़ी वापस पटरी पर आ सके। कई लोगों को इस तरीके से फायदा भी हुआ है। ज्यादातर बार ये देखा जाता है कि वह स्पीकर जो मोटिवेश्नल स्पीच देता है, या तो खुद भी जिंदगी में ठोकर खा चुका होता है या फिर इस विषय में पढ़ाई कर ये दक्षता हासिल करता है। जिससे वह लोगों के विचारों में परिवर्तन करता है। उनके जीवन में सकारात्मकता लाता है।
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पाकिस्तान में भी ऐसा ही एक मोटिवेशनल स्पीकर है जिसने अपनी स्पीच से पूरे पाकिस्तान को मंत्र मुग्ध कर दिया है। इस स्पीकर की उम्र अभी केवल 11 साल ही है। आज हम आपको इस छोटे से स्पीकर हम्माद साफी के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने शब्दों से ना केवल कई लोगों को नई जिंदगी दे चुका है बल्कि पूरी दुनिया में पाकिस्तान की छवि को भी सुधार रहा है।
पेशावर की यूनिवर्सिटी ऑफ स्पोकन इंग्लिश (USECS) में हर हफ्ते लेक्चर देने वाला हम्माद साफी पूरे साहस के साथ लेक्चर देता है। वायरलैस माइक्रोफोन से बोलते हुए वह हाथ के इशारों का भी इस्तेमाल करता है।
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पाकिस्तान में भी ऐसा ही एक मोटिवेशनल स्पीकर है जिसने अपनी स्पीच से पूरे पाकिस्तान को मंत्र मुग्ध कर दिया है। इस स्पीकर की उम्र अभी केवल 11 साल ही है। आज हम आपको इस छोटे से स्पीकर हम्माद साफी के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने शब्दों से ना केवल कई लोगों को नई जिंदगी दे चुका है बल्कि पूरी दुनिया में पाकिस्तान की छवि को भी सुधार रहा है।
लेक्चर देने के अलावा हम्माद एक यू-ट्यूब चैनल भी चलाता है। इंटरनेट सेंसेशन बन चुके हम्माद के एक लाख 45 हजार के करीब सब्सक्राइबर्स हैं। उसकी कई वीडियो तो ऐसी हैं जिन्हें लाखों बार देखा गया है। वीडियो के नीचे कमेंट में लोग उसकी प्रशंसा करने से भी नहीं चूंकते।
पेशावर की यूनिवर्सिटी ऑफ स्पोकन इंग्लिश (USECS) में हर हफ्ते लेक्चर देने वाला हम्माद साफी पूरे साहस के साथ लेक्चर देता है। वायरलैस माइक्रोफोन से बोलते हुए वह हाथ के इशारों का भी इस्तेमाल करता है।
उसकी कई वीडियो के टाइटल को देखकर ऐसा लगता है कि वह वीडियो साधारण ही होंगी। जैसे "हर सेकेंड एक चैलेंज है", "असफलता ही सफलता का आधार है" लेकिन उसके दर्शकों को ये साधारण नहीं लगती। उसके बोलने का तरीका ही ऐसा है जिससे उसके दर्शकों की संख्या प्रति दिन बढ़ती जा रही है।
हम्माद की स्पीच सुनने आए रीजनीतिक विज्ञान के एक छात्र बिलाल खान जिसकी उम्र हम्माद से दोगुनी है का कहना है कि हम्माद की स्पीच का उस पर बहुत प्रभाव पड़ा है। उसने कहा, "कुछ महीनों पहले मैं अपनी जिंदगी से निराश हो चुका था और आत्महत्या करने के बारे में सोच रहा था क्योंकि मेरी जिंदगी में ना तो नौकरी है और ना सफलता।"

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